रविवार, 7 जनवरी 2024

जश्न

जश्न

ना बोलो तुम

ना बोलू मैं

खामोशी अपनी

कहानी कह जाए


मौसम रखता है 

पाई पाई का हिसाब

हो बरसात तो

सारी सफाई हो जाए


तुम्हारे होने से 

जश्न है माहौल में

तुम वाह कह

दो तो दीवाली हो जाए


दरम्या कुछ नहीं 

हमारे

फिर भी, मुस्कुरा दो

तो शाम सुहानी हो जाए

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