रविवार, 15 सितंबर 2024

मधुबन में आओ

शांत चित्त से 

प्रिय तुम मेरे

मधुबन में आओ


हाथ थाम कर 

जमुना किनारे

अपनी धुन सुनाओ


तुम्हें निहारती 

रहूं मैं बैठी

ऐसी मुरली बजाओ


मुरली की धुन 

सुन सब भूलूं

मूंदू आंख, मिल जाउं


श्याम सुधा में 

भींगूं रस भर

पियूं घूंट तर जाउं




3 टिप्‍पणियां:

  1. राधा - कृष्ण के अटूट प्रेम की कालजयी गाथा की सुंदर काव्यात्मक प्रस्तुति

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  2. अदभुत प्रेम की सुंदर प्रस्तुति 👌👌

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  3. निश्चल प्रेम की मधुर प्रस्तुति। 👌👌

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