शनिवार, 23 मार्च 2024

खेलूं होली

 रंग तेरे प्यार का परे फीका

तो खेलूं होली

बारिश तेरी यादों की थमे

तो खेलूं होली

चुनरी तेरी चाहत की उतरे

तो खेलूं होली

सांसे तेरे नाम की हो पूरी

तो खेलूं होली

इंद्रधनुष तेरे नाम से छोड़े निकलना

तो खेलूं होली

डूबा हूं तेरे प्यार में इस कदर, निकलूं

ते खेलूं होली


2 टिप्‍पणियां:

  1. स्मृतियां ही धरोहर हैं। वही निराश मन को जरूरत के मुताबिक ऊर्जा दे सकती हैं।

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