सोमवार, 19 फ़रवरी 2024

हुआ क्या है ?


आंखें नम...जुबां खामोश...और दिल भारी

न जाने देह को हुआ क्या है ?


सतह पर शांति...तह में हलचल...और बुलबुला बीच में

पता नहीं झील को हुआ क्या है ?


अभी छांव...अभी धूप अभी बारिश से बेजार

पता नहीं मौसम को हुआ क्या है ? 


सुबह स्वर्ग....शाम उदास और रात विरान 

पता नहीं समय को हुआ क्या है ?


अभी-अभी दुआ सलाम...क्षण भर में पूर्ण विराम

पता नहीं इंसान से कसूर, हुआ क्या है ?


न अपील...न सुनवाई...सीधा कार्रवाई

पता नहीं भगवान को हुआ क्या है ?


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